Taught RBI's Governor Raghuram Rajan. Resigned for bringing change at ground level. Betul district. Environmentalist (planted 50000 trees). BTECH+MTECH from IIT Delhi. PhD from Housten University, Texas.
क्या है आलोक सागर की कमाई
आलोक सागर के पास कुल कमाई में तीन कुर्ता और एक साइकिल की विरासत है. आलोक का दिन बीजों को जमा करने और आदिवासियों के बीच उसे बांटने में बीतता है. आलोक सागर श्रमिक आदिवासी संगठन से जुड़े हैं और इनके विकास के लिए लगातार काम करते रहते हैं. यही नहीं आलोक को कई आदिवासी भाषाएं जानते हैं और बोलते हैं.
(source: http://www.inkhabar.com/other/24155-ex-iit-delhi-professor-lives-tribals-and-work-them)
1990 से बैतूल जिले के एक ही छोटे से आदिवासी गांव कोचामाऊ में रह रहे हैं. वो अपनी इस शैक्षणिक योग्यताको छिपाए, जंगल को हर-भरा करने के अपने मिशन में लगे हैं क्योंकि वो अपनी उच्च शिक्षा उस आधार पर औरों से अलग नहीं खड़े होना चाहते थे.
उनका जीवन आज लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है. उनके पास पहनने के लिए बस तीन कुर्ते हैं और एक साइकिल. उन्हें कई भाषाएं बोलनी आती है लेकिन न सबके बावजूद वे बस इन पिछड़े इलाकों में शिक्षा का प्रसार करने में लगे हैं.
एक हिंदी वेबसाइट में छपी खबर के अनुसार आलोक सागर के छोटे भाई आज भी आईआईटी में प्रोफेसर हैं. उनकी मां मिरंडा हाउस में फिजिक्स की प्रोफेसर थीं और पिता इंडियन रेवेन्यू सर्विस में अधिकारी.
(source: http://aajtak.intoday.in/education/story/iit-professor-alok-sagar-who-once-taught-raghuram-rajan-is-now-working-for-tribals-1-887450.html)
Alok Sagar, a resident of New Delhi, did his bachelor in electrical engineering from the prestigious IIT Delhi and got his masters degree from the institute in 1973. He went on to complete his PhD at Houston University in Texas, US, before returning to India to become a professor at his alma mater.
However, it later dawned on him that he would be able to better contribute to the growth of the country and its people by working on the ground. So, in 1982, Sagar resigned as professor and began working with the tribals in Betul and Hoshangabad districts, helping save the environment — one tree at a time.
(source: http://www.hindustantimes.com/bhopal/mp-this-iit-prof-quit-job-to-work-for-downtrodden-tribals/story-CFUa47OhFyCYHTAZdmaVYM.html)
लेकिन, वहां मौजूद मीडिया के साथियों के आग्रह पर आखिर आलोक सागर ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 32 साल में पहली बार बताई: उन्होंने 1973 में आई. आई. टी. दिल्ली से एम टेक किया,1977 में हयूस्टन यूनिवर्सिटी, टेक्सास, अमेरिका से शोध डिग्री ली, फिर टेक्सास यूनिवर्सिटी से डेंटल ब्रांच में पोस्ट डॉक्टरेट और समाजशास्त्र विभाग, डलहोजी यूनिवर्सिटी, कनाडा में फेलोशिप की। उन्होंने 1982 में दिल्ली आई आई टी में प्रोफेसर की नौकरी से त्याग पत्र दे दिया, वो वहां रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के शिक्षक रहे।
(source: https://wikileaks4india.com/news/rbi-governors-teacher-alok-sagar-gets-threat-by-mp-police-2420)